न्यू इंडिया के निर्माण में सिविल सर्वेंटस की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण- राज्यपाल

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वर्ष 2022 तक न्यू इंडिया के निर्माण में सिविल सर्वेंटस की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। यह नया भारत वैसा ही होगा जिसकी कल्पना महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानन्द आदि महापुरूषों ने की थी। सिविल सर्वेंटस गुड गवर्नेंस के जरिए 21वीं सदी के देश की महत्वपूर्ण कड़ी बनेंगे।ये उदगार हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने चंडीगढ़ में राजभवन में नवचयनित आईएएस के सम्मान समारोह में बोलते हुए व्यक्त चंडीगढ़ में राजभवन में नवचयनित आईएएस के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । सम्मान समारोह का आयोजन संकल्प संस्था द्वारा किया गया था। संकल्प संस्था भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के लिए तैयारी करने वाले प्रतिभागियों की मदद व मार्गदर्शन करती है। समारोह में संकल्प की मदद से सफल हुए अनेक अधिकारी, उनके परिजन, संकल्प के चण्डीगढ़ केन्द्र में भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभागीए आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में
राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि संकल्प वह संस्था है जो भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों को वैसा आचरण व व्यवहार सिखाती है जैसा न्यू इंडिया बनाने के लिए चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद गांधी जी के सपनों का भारत बनाने का पहला प्रयास सरदार बल्लभ भाई पटेल ने रियासतों का देश में विलय करके किया था। उन्हीं पटेल जी ने आईएएस को स्टील फ्रेम ऑफ इंडिया कहा था लेकिन इसके लिए उच्च चरित्र पहली जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि चरित्र में नैतिकता, विश्वसनीयता, संवेदनशीलता और प्रामाणिकता शामिल हैं। लेकिन इनसे भी बढ़कर अधिकारी का व्यवहार महत्व रखता है।