भारत सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से मुझे गैस चूल्हा व सिलेंडर फ्री में मिला, सभी को लाभ हो ऐसा मैं चाहती हूं। सरकार का बहुत धन्यवाद करना चाहती हूं और मेरी जरूरतमंद परिवारों से अपील भी है जिनके घर में रसोई गैस का कनेक्शन नहीं हो तो वह इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं। यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की लाभार्थी शाहपुर गांव की सुमन पत्नी स्व. अमृत लाल की रही। सुमन व उसका परिवार के चेहरे पर रविवार को एक अलग खुशी उस समय दिखाई दी जब हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ खुद गैस का कनेक्शन देने सुमन के घर पहुंच गए।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लिए सुमन ने आवेदन किया था उनके आवेदन का नंबर आते ही घर बैठे ही सिलेंडर चूल्हा मिल जाएगा इसी सोच के साथ वह अपनी बारी का इंतजार कर रही थी किंतु कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन अंत्योदय पर आधारित और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के हरियाणा को केरोसिन मुक्त बनाने के सपने को पूरा करने के लिए स्वयं ही योजना का लाभ घर तक पहुंचाया। कृषि मंत्री के इस कदम की ग्रामीणों ने भी भूरि-भूरि प्रशंसा की। सुमन के परिवार में बुजुर्गों ने धनखड़ को खूब आशीष दिए और कहां कि सुना था कि प्यासा कुएं के पास जाएगा लेकिन मंत्री की करनी देख कर अहसास हुआ कि कुआं भी प्यासे के पास चल कर आ सकता है। उन्होंने योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया और कहां कि धन्य हो ऐसी सरकार और मोदी-मनोहर आए बार-बार। कृषि मंत्री धनखड़ ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन दिए जा रहे हैं। सबका साथ-सबका विकास एवं अंत्योदय की भावना पर आधारित यह कार्यक्रम गरीब परिवारों के जीवन में नई रोशनी लेकर आया है।
कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी ने महिलाओं को धुआं रहित एलपीजी गैैस कनैक् शन प्रदान करने के लिए उज्जवला योजना आरंभ की थी। जिसमें देश भर में छह करोड बीपीएल और गुलाबी कार्ड धारक परिवारों को इस योजना के तहत कवर किया गया,जिसे अब केंद्र सरकार द्वारा बढाकर आठ करोड परिवारों तक योजना का लाभ पहुंचाने का निर्णय लिया है। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य को केरोसिन मुक्त राज्य बनाने की दिशा में उज्ज्वला योजना को नई गति प्रदान की। उन्होंने कहा कि पहले महिलाएं लकडी जलाकर खाना बनाती थी,जिसके चलते उनमें सांस और दिल की बीमारी के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य पर धुएं का बुरा असर पडता था। महिलाओं को चिंता रहती थी कि चुल्हा जलाने के लिए लकडी का प्रबंध कैसे हो, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को लाभांवित करने का काम भाजपा सरकार नेे कर दिखाया है।