ईद-उल-फितर देशभर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

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खुशियों और आपसी भाईचारे का त्योहार ईद-उल-फितर देशभर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। चंडीगढ़ की मुख्य नमाज सेक्टर 20 की जमा मस्जिद में अदा हुई। नमाज के लिए मस्जिदों को बखूबी सजाया गया है। मुस्लिम समुदाय के लोग विभिन्न मस्जिदों व ईदगाहों में पहुंचकर नमाज अदा कर रहे हैं।
ईद, मुस्लिमों का सबसे बड़ा त्योहार है। मुसलमानों के लिए यह एक ऐसा दिन जब वो खुशियां मनाते हैं, दावत का लुत्फ उठाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और ईदगाह जाकर खुदा की इबादत करते हैं
सिर्फ मुसलमान ही नहीं सभी धर्मों के लोग ईद के जश्न में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ईद का दिन चांद तय करता है
रमज़ान की आखिरी रात का चांद ही बताता है कि अगले दिन ईद होगी या नहीं।

इस्लाम धर्म में साल में दो बाद ईद मनाई जाती है।पहली मीठी ईद जिसे ईद उल-फितर कहा जाता है और दूसरी बकरी ईद को ईद उल-जुहा कहा जाता है। रमज़ान के महीने में 30 दिन के रोज़े के बाद जो ईद होती है उसे ईद-उल-फितर कहते हैं। इसे मीठी ईद भी कहा जाता है। इस दिन मीठे पकवान बनाए और खाए जाते हैं। अपने से छोटों को ईदी दी जाती है। दान देकर अल्लाह को याद किया जाता है… इस मोके पर सभी ने आपस में गले मिलकर अल्लाह से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगी।

ईद उल फितर को लेकर मुस्लिम सुमदाय में खासा उत्साह रहा। सुबह सभी मुस्लिम ईदगाह पहंचे ,ईद की नमाज़ अदा की। अल्हा के सजदे में हजारो की सख्या में सर झुके। अल्हा से अपने परिवार के साथ साथ समाज के लिए भी अमन चैन की दुआ मांगी। इसके बाद सभी ने एक दूसरे को गले लगाया और ईद की बधाई दी। जमा मस्जिद के इमाम मोहम्मद अजमल खान ने देश वासियो को ईद की मुबारक देते हुए शांति और भाईचारे का सन्देश दिया।