राजीव गांधी हत्याकांड के सात दोषियों को रिहा करने की तमिलनाडु सरकार की अपील को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद उनमें से एक अभियुक्त एजी पेरारिवलन की मां अरपुथमाल ने अपने बेटे के लिए दया मृत्यु की मांग की है। पेरारिवलन के अलावा मुरुगन, सांतन, जयकुमार, रॉबर्ट पायस, रविचंद्रन और नलिनी पिछले 20 साल से जेल में हैं।
वेल्लोर जिले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अरपुथमाल ने कहा कि लंबे समय से चल रही कानूनी लड़ाई और राष्ट्रपति द्वारा अपील खारिज किए जाने के कारण हम लोग बहुत परेशान हैं। हम अब और जीना नहीं चाहते हैं। इसके मद्देनजर वह केंद्र एवं राज्य सरकार के सामने दया मृत्यु की याचिका दायर करने जा रही हैं। अरपुथमाल ने पूर्व सीबीआई अधिकारी की उस स्वीकारोक्ति का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा था कि पेरारिवलन के बयान के एक हिस्से को कोर्ट में पेश ही नहीं किया गया था।
अरपुथमाल ने कहा कि उनका बेटा जब 19 साल का था तो उसे राजीव गांधी हत्याकांड की जांच के नाम पर पुलिस अपने साथ लेकर गई थी। अब वह 47 साल का हो चुका है। राजीव गांधी के बेटे राहुल ने सभी सात अभियुक्तों को माफ कर दिया है।















































