पीएचडी चैंबर ने शुरू किया स्टार्टअप परामर्श एवं प्रशिक्षण सैल

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युवाओं को चाहिए कि वह नौकरियों के पीछे भागने की बजाए स्टार्टअप का हिस्सा बनकर स्वैरोजगार को अपनाएं और अपने साथियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें। उक्त विचार पीएचडी चैंबर ऑफ कार्मस एंड इंडस्ट्री चंडीगढ़ कमेटी के चेयरमैन विक्रम सहगल ने यहां पीएचडी चैंबर में स्टार्टअप परामर्श एवं प्रशिक्षण सैल के उदघाटन अवसर पर पंजाब एवं चंडीगढ़ से आए हुए विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों तथा उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन नई-नई शोध हो रही है। ऐसे में अगर युवाओं को बेहतर परामर्श एवं प्रशिक्षण दिया जाए तो वह स्टार्टअप के माध्यम से न केवल स्वरोजगार को आगे बढ़ा सकते हैं बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
पीएचडी स्टार्टअप कमेटी के चेयरमैन सोनम अग्रवाल ने कहा कि अक्सर शैक्षणिक सत्र पूरा करने के बाद युवाओं को अपना करियर बनाने के लिए तकनीकी क्षेत्र में बेहतर परामर्श एवं प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है। जिसके चलते वह नौकरियों के पीछे भागते हुए अपना अधिकतर समय बर्बाद कर देते हैं। ऐसे में पीएचडी चैंबर द्वारा शुरू किया गया यह सैल चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा व हिमाचल के युवाओं के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स की स्टार्टअप कमेटी के परामर्शदाता प्रताप अग्रवाल ने आए हुए उद्यमियों तथा शिक्षाविदों का स्वागत करते हुए कहा कि चैंबर ने हमेशा से ही सरकार तथा उद्योगपतियों के बीच एक सेतु बनने का प्रयास किया है अब यह पहला अवसर है जब पढ़ाई के बाद युवाओं को उनका करियर बनाने में चैंबर अपनी भूमिका अदा करेगा।
चैंबर की स्टार्टअप कमेटी में मुख्य सलाहकार समीर वालिया ने बताया कि आज यहां पंजाब विश्वविद्यालय, चितकारा विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय तथा पंजाब इंजीनियरिंग कालेज समेत कई संस्थानों के साथ एमओयू साइन किया है। जिनके माध्यम से चैंबर द्वारा युवाओं को स्टार्टअप प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। स्टार्टअप कमेटी परामर्शदाता रमन अग्रवाल ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के निदेशक ब्रिगेडियर एच.पी.एस. बेदी (सेवानिवृत्त)ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए चैंबर द्वारा किए जा रहे कार्यों पर रिपोर्ट पेश की।