आपातकाल को मनाया भाजपा ने काला दिवस के रूप में, केंद्रीय राज्यमंत्री डा. महेश शर्मा पहुंचे चंडीगढ़, बोले आपातकाल के दौरान घोंटा लोकतंत्र का गला

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लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाने के लिए जम्मू कश्मीर में भाजपा ने पीडीपी के साथ सरकार बनाई लेकिन जब यह देखा गया कि भारतीय सेनाओं पर पत्थर फेंके गए तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और भाजपा की सहनशीलता खत्म हो चुकी थी भाजपा ने राष्ट्रहित और जम्मू कश्मीर के हित के लिए सरकार बनाई थी लेकिन वहाँ के हालात बिगड़ते जा रहे थे इसलिए एक बार फिर देशहित के लिए फैसला लिया गया यह कहना था भारत सरकार के संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मन्त्रालय में स्वतन्त्र रूप से राज्य मन्त्री डॉक्टर महेश शर्मा का जो 1975 कि इमरजेंसी को लेकर ब्लैक डे मनाने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे हुए थे । इस दौरान चंडीगढ़ के सांसद किरण खेर और चंडीगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन मौजूद रहे।

भाजपा द्वारा देशभर में 1975 इमरजेंसी को याद करने स्वरूप काला दिवस मना रही है वहीँ चंडीगढ़ में भी चंडीगढ़ भाजपा द्वारा यह दिवस मनाया गया जिसमें संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मन्त्रालय में स्वतन्त्र रूप से राज्य मन्त्री डॉक्टर महेश शर्मा पहुंचे । पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉ महेश शर्मा ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के चर्चे हैं जिसकी वजह है कि देश में लोकतांत्रिक सोच बढ़ती जा रही है अब लोग धर्म से ऊपर उठ रहे हैं संप्रदाय से ऊपर उठ रहे हैं और देश को महत्व दे रहे हैं और यह सब हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार के प्रयासों से जिन्होंने देश को बांटने वाली ताकतों से देश की जनता को आजाद करवाया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को यह समझने की जरूरत है कि जहां 1942 में देश की अपेक्षाएं थी कि देश को आजाद करना है और लंबे प्रयासों के बाद 1947 में देश आजाद हुआ और उसके बाद अपेक्षा बड़ी कि देश में विकास लेकर आना है प्रगति करनी है और उस और काम किया गया लेकिन निजी स्वार्थों के कारण कांग्रेस सरकार ने ना केवल देश का भविष्य खराब किया बल्कि धर्म के नाम पर जाति के नाम पर लोगों को बांटना शुरू किया फलस्वरुप देश के हिस्से होते गए और 1975 में इमरजेंसी लगाई गई जिससे कि ना जाने कितने लोगों का कत्ल सरेआम किया गया जिसका दुख आज तक भी पीड़ित परिवार भोग रहे हैं।

डॉक्टर महेश शर्मा ने 1975 की इमरजेंसी के बारे में अपने अनुभव बयान करते हुए कहा उस वक़्त एहसास हुआ कि आजादी के बाद भी लड़ाई खत्म नहीं हुई और लोकतंत्र का गला घोटा गया जो भी उस वक़्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में बोलता उसका मुंह बंद करवा दिया जाता और उसे जेल में डाल दिया जाता और उस वक़्त लगा कि देश का नक्शा बदला होता अगर सरदार पटेल देश के प्रधानमंत्री बनते और अगर ऐसा होता तो देश मे आज के समय मे जो कश्मीर की समस्या है वो न होती क्योंकि कांग्रेस ने व्यक्तिगत ख्वाईशो को पूरा करने के लिए देश के लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई । डॉक्टर महेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का DNA ही खराब है जब जब वो आए है देश में लोकतंत्र की हत्या ही हुई है..

यशवंत सिन्हा और शत्रुगन सिन्हा ने बयान में कहा था कि बीजेपी में बस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की चलती है इसपर केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने कहा कि यशवंत सिन्हा हमारे बड़े नेता है और उनका अभी भी सम्मान है ऐसा नहीं है कि वह पार्टी से अलग है केवल मनमुटाव थोड़े से हो जाते हैं जो कि बात करके सॉल्व हो सकते हैं और वही शत्रुगन सिन्हा मैं निजी मनमुटाव होगा और कोई भी विन्डिक्टिव कार्यवाई नहीं कि गयी लेकिन अगर उनका कोई सुझाव है पार्टी के लिए तो उस पर काम शुरू किया जाएगा।

मानसून सेशन 18 जुलाई से शुरू होने वाला है और अभी तक सेशन के लिए राज्यसभा में deputy चेयरपर्सन की नितुक्ति नहीं कि गयी है इसको लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने कहा कि इसका एक प्रोसेस है और इस पर चर्चा चल रही है कोई भी बात मीडिया के सामने डिस्क्लोजर नहीं की जा सकती।

अखबार के पूरे पेज में adv है इमरजेंसी के ऊपर इस पर कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा द्वारा ऐड को लेकर पैसों की बर्बादी की गई है इस पर डॉ महेश शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र के बारे में है जिसके बारे में हर जनरेशन को पता होना चाहिए और ऐड के लिए एक अलग से बजट होता है और उस बजट के मुताबिक खर्चा किया गया है। वही सांसद किरण खेर ने कहा कि इतने वर्षों से अपने लीडर्स के बर्थडे की बधाई के लिए न्यूज़ पेपर्स के फुल पेजेज पर कांग्रेस द्वारा लगाए गए हैं तब तो कभी BJP ने आवाज नहीं उठाई तो अब जब यह इंपोर्टेंट मुद्दा है और सबको पता होना चाहिए तो इस पर कांग्रेस अपने बेतुके बयान दे रहे हैं।

वही अमित शाह पर जो आरोप लग रहे हैं जो भी नोटबंदी के दौरान पैसे जमा हुए हैं वह सबसे ज्यादा काला धन उनके बैंक में जमा हुआ है इस पर डॉ महेश शर्मा ने कहा कि अगर ऐसा हो तो इसका जवाब जरूर दिया जाएगा क्योंकि हर एक जांच का एक तरीका होता है और उस प्रोसेस को पूरा करने के बाद ही सब के समक्ष बयान दिया जाएगा।

हालांकि केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा के आगमन पर जहां किरण खेर और संजय टंडन एक ही मंच पर नजर आए लेकिन यहां पर शहर के मेयर देवेश मोदगिल नदारद नजर आया जिसे कहीं ना कहीं पर फिर से चंडीगढ़ भाजपा की पॉलिटिक्स सामने नजर आई वहीं सूत्रों के मुताबिक देवेश मोदगिल को कई फोन भी किए गए लेकिन उन्होंने कोई फोन नहीं उठाया बता दें 21 जून को योगा डे पर भी देवेश मोदगिल ने भाजपा नेताओं के साथ मंच शेयर नहीं किया और ना ही वह वहां पहुंचे जबकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी चंडीगढ़ में पहुंची हुई थी।