जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा दो वर्षों से विभाग ने बेहतर कार्य किया

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हरियाणा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि राज्य के किसी भी क्षेत्र में जहां कहीं भी टयूबवैल आधारित या नहर आधारित पानी मुहैया नहीं हो पाएगा तो वहां पर पानी के टैंकरों के माध्यम से जल उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने पानी के टैंकरों की आपूर्ति से सम्बधितरिपोर्ट को अपडेट न करने पर सम्बधित अधिकारियों से स्पष्टïीकरण लेने के लिए भी आदेश दिए।
वे आज यहां पंचकूला में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्यालय पर राज्यभर से आए अधिक्षक अभियंताओं की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को जन शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना चाहिए क्योंकि यह विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है जो सीवरेज और पानी जैसी सुविधाओं से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तुरंत लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कार्य करना होगा।
ेउन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से विभाग ने बेहतर कार्य किया है और जनता की शिकायतों को जल्द से जल्द निपटाया गया है, लेकिन फिर भी विभाग के अधिकारियों को जनशिकायतों को तुरंत निपटाने के लिए तत्पर रहना चाहिए और लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आनी देनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे दिल से व समर्पण भाव से कार्य करें ताकि किसी भी समस्या को दूर करने में कोई कठिनाई न हो। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि यदि कोई भी प्रभावशाली व्यक्ति आपके कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा डालता है तो वे सीधे उनसे बातचीत कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि वर्षा का मौसम आने वाला है और बरसात से पहले-पहले बाढ़ नियंत्रित कार्य और सीवरेज की सफाई को सुनिश्चित किया जाए, ताकि बरसातों में जल-भराव की स्थिति पैदा न हो। उन्होंने बैठक में रोहतक के अधिक्षक अभियंता को निर्देश दिए कि रोहतक में बरसात के दिनों में ज्यादा दिक्कत होती है इसलिए वे पहले से अपनी तैयारी रखें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जितने भी इनलेड चैनल व टैंक हैं उनकी नियमित रूप से सफाई करवाएं और ढककर रखें क्योकि इससे पानी की बचत भी होती है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जहां कहीं भी सीवरेज की बड़ी समस्याएं है वहां वे सुपरसकर मशीन को रोका सहित किराए पर ले सकते हैं। इसके अलावा, विभाग हाइड्रोलिक और जैटिंग मशीनों को भी खरीदने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां कही भी शहरी स्थानीय निकाय विभाग से सम्बधित नालों की सफाई का मामला है तो उसकी जानकारी लिखित में शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द दें ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जून माह की 20 से 22 तारीख के बीच में भारी वर्षा का अनुमान लगाया जा रहा है इसलिए सभी अधिकारियों को अपनी तैयारी पहले से करनी होगी।
उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसी भी परियोजना से सम्बधित स्वीकृति को सम्बधित विभागों से जल्द से जल्द से लें ताकि परियोजाओं को समयबद्घ सीमा में पूरा करवाया जा सकें। मंत्री ने भिवानी में चल रही परियोजनाओं को शीघ्र से शीघ्र निपटाने के आदेश भी दिए। इसके अतिरिक्त रेवाड़ी के अधिक्षक अभियंता को उन्होंने निर्देश दिए कि रामपुरा, भदरान और खोलीता परियोजाओं को जल्द से जल्द पूरा करवाएं ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। उन्होंने राज्य की ढाणियों में पानी उपलब्ध करवाने के बारे में चल रही परियोजनाओं की जानकारी भी ली और कहा कि इन ढाणियों में भी पानी मुहैया करवाया जाए।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी के सैम्पलों को लगातार जांचते रहें क्योंकि इन दिनों में वैक्टर जनित व पानी से होने वाली बीमारियों का भय बना रहता है। उन्होंने मुख्यमंत्री घोषणाओं के तहत चल रही परियोजनाओं को जल्द से जल्द निपटाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि एस्टीमेट के कारण से ऐसी कोई भी परियोजना लंबित नहीं रहनी चाहिए और सभी परियोजनाओं के एस्टीमेट समय पर तैयार हो जाने चाहिए। इसी प्रकार, महाग्राम योजना के तहत चल रहे कार्यों को भी प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें क्योंकि मुुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा यह एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि महाग्राम योजना के तहत वर्ष 2019 तक 116 गांवों को कवर किया जाना है परंतु अभी फिलहाल पायलट आधार पर 19 गांवों को पूरा करने के लक्ष्य को पूरा किया जाना चाहिए।
बैठक में उन्होंने नाबार्ड के माध्यम से चल रही योजनाओं व परियोजनाओं की भी जानकारी ली। बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विभाग द्वारा शुरू की गई आनलाईन सुविधा वर्जन-2 को अपडेट रखें और तकनीक का पूरा सहयोग लें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार कोई दिक्कत न हो। बैठक में उन्हें बताया गया कि वर्जन-2 में अभी तक 113 शिकायतों को दर्ज किया गया है और अब आगे से प्राथमिकता के आधार पर शिकायतों को संबंधित अधिकारियों द्वारा इसमें अपलोड किया जाएगा।
बैठक में राज्यभर से आए हुए अधिक्षक अभियंताओं ने नहरी आधारित जल कार्यों व ट्यूबल के माध्यम से जलापूर्ति हेतू जल-उपकरणों के बारे में अपने-अपने सर्कल में चल रहे कार्यों की जानकारी दी। इसी प्रकार, बैठक में सरल, सीएम विडों, पानी के सैम्पल से संबंधित अपने-अपने सर्कल की जानकारी अधीक्षक अभियंताओं ने दी। बैठक में मंत्री को बताया गया कि सीएम विंडों पर विभाग का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है जिस पर 94.1 प्रतिशत शिकायतों का निपटान हैं।
बैठक में मंत्री को विभाग द्वारा एक प्रस्तुतिकरण भी दिखाया गया जिसमें बताया गया कि राज्य के चुनिंदा स्थानों पर विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए होर्डिग बोर्ड लगाए गए हैं। इसके अलावा, ग्रामीण जल संरक्षण अभियान को भी शुरू किया गया है जिसके तहत पिछले एक साल में 155835 पानी के कनैक्शन दिए गए हैं। इसी प्रकार, 8866 इनसैंटरी कनैक्शनों को ठीक किया गया है तो वहीं 4336 अवैध कनैक्शनों को काटा गया है। बैठक में उन्हें बताया गया कि 9,77,41,267 रूपए का राजस्व एकत्रित किया गया है। इसी प्रकार, 42276 बैठकों को पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ व सामुदायिक तौर पर आयोजित किया गया है। बैठक में बताया गया कि 68 ग्राम पंचायतों को जल सरंक्षण से संबंधित अच्छा कार्य करने के लिए पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
बैठक में बताया गया कि लोगों को पानी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आयोजित किया जाता है तथा प्रदर्शनियों व मेला इत्यादि में विभाग की ओर से स्टाल स्थापित करके भी लोगों को जल सरंक्षण के संबंध में जागरूक किया जाता है