हरियाणा सरकार ने जूनियर इंजीनियर के पेपर में ब्राह्मïण समाज के प्रति अपमानजनक प्रश्न पूछने के मामले में पेपर-सैटर, कंपनी तथा एक प्रकाशक के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही इस मामले की जांच होने तक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन को निलंबित कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने बताया कि गुरुवार को चंडीगढ़ में ब्राह्मïण समाज के लोगों के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बैठक हुई । उन्हों ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा संचालित जे.ई की परीक्षा में शिरोमणि समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला जो प्रश्न पूछा गया था ,उससे समाज आहत हुआ है। इस मामले में मुख्यमंत्री ने बड़प्पन दिखाते हुए तथा समाज की भावनाओं का आदर करते हुए क्षमा याचना की तथा कहा कि उन्हें दुख है कि इस टिप्पणी से आपको ठेस पहुंची है। जिस कंपनी से यह गलती हुई है उसके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की बात कही है तथा जांच पूरी होने तक आयोग के मुखिया को निलंबित किया जा रहा है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस उदारता पर समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर जो युवा आंदोलनरत थे उन्होंने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। उन्होंने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री का प्रदेश में जहां भी रोड़-शो होगा वहां परशुराम दल के कार्यकर्ता उनका अभिनंदन करेंगे।